उदर पीड़ा निवारक यंत्र
निम्न यंत्र को भोजपत्र पर अनार की कलम द्वारा अष्टगंध स्याही से लिखें और भोजपत्र को पानी में घोलकर , वह पानी नित्य कुछ दिनों तक (जब तक कि उदरशूल दूर न हो जाए ) रोगी को सेवन कराएं।
राज सम्मान प्राप्ति यन्त्र विधि - इस यन्त्र को अष्टगंध से तुलसी की लकड़ी की कलम से , पीपल के पत्ते पर लिखकर और स्वर्ण के यन्त्र में भर कर द...
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