गर्भस्थापना -संबंधी यंत्र
निम्न यंत्र को स्वर्ण पत्र पर अष्टगंधादि से लिखकर 48 दिनों तक नित्य वैदिक रीती से उसकी पूजा करें और प्रस्तुत मंत्र का नित्य एक हजार जप करें -
ओं रहु रहु हो श्वेत वर्ण पुरुष
रहु रहु हो हरि धवल पुरुष रहु
रहु हो शंख चक्र गदाधर रहु रहु।
यंत्र को दूध , खीर व शहद का भोग लगाएं तत्पश्चात् उसे गले में धारण करें एवं पति के साथ रमण करें , तो निश्चय ही गर्भ की स्थापना होगी।
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