प्रेतबाधा से मुक्ति का यंत्र
इस यंत्र को 'एक सौ छत्तीसा ' यंत्र कहते हैं। इसका उपयोग भूत -प्रेत ,
डाकिनी -शाकिनी , पिशाच और चुड़ैल आदि के निवारण हेतु होता है , अन्य भौतिक कष्ट भी समाप्त या शांत हो जाते हैं।
यंत्र की रचना किसी भी अमावस्या को की जा सकती है। यदि दीवाली की रात हो , तो विशेष उत्तम रहता है। इस यंत्र को कागज या भोजपत्र पर अष्टगंध से लिखकर , धूप -दीप देने के पश्चात् धारण करना चाहिए।
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