नपुंसकता - नाशक यंत्र
अधिकतर यंत्र भोजपत्र पर अष्टगंध की स्याही से ही लिखे जाते हैं और लेखनी के रूप में भी अनारवृक्ष की समिधा (टहनी ) ही अधिक प्रयुक्त होती है। यह यंत्र भी अनार की लेखनी के द्वारा अष्टगंध की स्याही से भोजपत्र पर लिखा जाता है। कहते हैं , इस यंत्र की रचना करके जो व्यक्ति अपनी कमर में धारण करता है , उसके पौरुषत्व में वृद्धि होती है तथा नपुंसकता दूर हो जाती है।
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