मिरगी रोग निवारण यंत्र
मिरगी का दौरा कब , कहां आ जाए और रोगी चकराकर गिर पड़े। ऐसे रोगियों के लिए निम्न यंत्र बहुत लाभकारी है। यह यंत्र मृगचर्म पर अष्टगंध से लिखना चाहिए। तत्पश्चात धूप -दीप से पूजन करके यंत्र को रोगी के गले में पहना दें। इसके प्रभाव से दौरा नहीं पड़ेगा तथा रोगी सुरक्षित और स्वस्थ हो जाएगा।
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