निम्न यंत्र ज्वरनाशक है और कोरी ठीकरी पर ही लिखा जाता है। यंत्र -रचना के पश्चात मंगलवार के दिन पूजा करके ज्वरग्रस्त रोगी के हाथ से ठीकरी को किसी कुएं में गिरवा दें। इस क्रिया से ही लाभ हो जाता है।
ज्वरनाशक यंत्र
राज सम्मान प्राप्ति यन्त्र विधि - इस यन्त्र को अष्टगंध से तुलसी की लकड़ी की कलम से , पीपल के पत्ते पर लिखकर और स्वर्ण के यन्त्र में भर कर द...
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