नीचे प्रदर्शित किए गए यंत्र को अनार की कलम से भोजपत्र पर अष्टगंध स्याही से लिखकर रोगी के हाथ में बांधने से एकांतर ज्वर नष्ट हो जाता है। यह यंत्र उस समय तक बंधा रहना चाहिए , जब तक कि ज्वर का प्रकोप पूर्णतया शांत न पड़ जाए। तत्पश्चात यंत्र को खोलकर किसी शुद्ध स्थान पर रख आना चाहिए। या जल के प्रवाह में बहा देना चाहिए।
ज्वरनाशक यंत्र
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