ॐ ह्रीं श्रीं ह्रीं।
उपर्युक्त मंत्र को निम्न यंत्र के साथ भोजपत्र पर अनार की कलम से , अष्टगंध की स्याही द्वारा लिखकर बाजू पर बांधने से पुराना ज्वर भी शांत हो जाता है।
ज्वरनाशक यंत्र
राज सम्मान प्राप्ति यन्त्र विधि - इस यन्त्र को अष्टगंध से तुलसी की लकड़ी की कलम से , पीपल के पत्ते पर लिखकर और स्वर्ण के यन्त्र में भर कर द...
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